Report By: Kiran Prakash Singh
हैरान कर देगी ये खबर, धर्मांतरण गिरोह में फंसी आगरा की दो सगी बहनें कोलकाता की मुस्लिम बस्ती में रह रही थीं, दोनों बुर्का पहने हुई थीं. दोनों के नाम बदलकर निकाह की तैयारियां
आगरा, में अवैध धर्मांतरण के खुलासे ने हर किसी को हैरान कर दिया है. पुलिस ने गिरोह के चंगुल से सदर क्षेत्र की दो सगी बहनों को सुरक्षित वापस निकालने में कामयाबी हासिल की है. इससे उनके परिवार में खुशी है, लेकिन सभी लोग दहशत में हैं. दोनों बहन को बरामद करने में पुलिस को 3 महीने से अधिक का समय लग गया। पुलिस के अनुसार दोनों बहनों को कोलकाता ले जाकर मुस्लिम बस्ती में रखा गया था. दोनों बहनें बुर्का पहने हुए थीं। पुलिस जब वहां पहुंची तो विरोध का सामना करना पड़ा. गिरोह में शामिल आरोपियों ने दोनों बहनों का नाम बदल दिया था और दोनों की मुस्लिम लड़कों से निकाह कराने की तैयारी चल रही थी
जम्मू कश्मीर की लड़की ने किया ब्रेन वॉश
आगरा के सदर क्षेत्र के रहने वाले एक पंजाबी परिवार की दो सगी बहनों में से बड़ी बहन ने दयालबाग डीम्ड यूनिवर्सिटी से एमफिल किया है. 2021 में ये आगरा के खंदारी कैम्पस से पढ़ाई कर रही उधमपुर जम्मू कश्मीर की छात्रा खुशबू के संपर्क में आई. कुछ दिन बाद खुशबू अपने साथ बड़ी बहन को जम्मू ले गई. यहां उसका ब्रेनवॉश किया गया और धर्म बदलने के लिए प्रेरित किया गया. इसी दौरान जम्मू में लैंडस्लाइड होने से युवती वापस आगरा अपने घर आ गई. इसके बाद घर लौटने पर उसने हिंदू परंपराओं के खिलाफ विद्रोह शुरू कर दिया और वह कट्टर इस्लामी विचारधारा को अपनाने का प्रयास करने लगी. जम्मू कश्मीर पुलिस की सूचना पर परिजन बेटी को वापस लेकर आए थे. बेटी के घर लौट कर आने पर परिवार के लोगों को पता चला कि वह पूजा-पाठ करने से इन्कार कर रही हैं. वह कई लोगों से फोन पर बातचीत किया करती थीं. डाक से उसके पास इस्लाम से संबंधित किताबें आया करती थीं
बड़ी बेटी ने छोटी बहन का किया ब्रेन वॉश
इस पर परिवार के लोग घबरा गए थे. उन्होंने उससे बात की लेकिन वह मानने के लिए तैयार नहीं हुईं। उसकी विशेषज्ञ से काउंसलिंग कराई गई. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि बड़ी बेटी छोटी का भी ब्रेन वॉश कर देगी. 24 मार्च को दोनों बहनें घर से निकल गईं. इसके बाद दिल्ली पहुंचीं और वहां से कोलकाता चली गई थीं. परिजन का उनसे संपर्क नहीं हो पा रहा था.
कोलकाता की मुस्लिम बस्ती में मिली दोनों बहनें,
कोलकाता में दोनों बहनों को बैरकपुर निवासी रीत बनिक उर्फ मोहम्मद इब्राहिम मिला. उसने उनके रहने का इंतजाम मुस्लिम बस्ती में कराया. वहां पहुंचने पर छोटी बहन का भी धर्मांतरण करा दिया गया. दोनों ने अपने नाम भी बदल लिए थे. बड़ी का अमीना तो छोटी का जोया रख दिया गया. वह कहीं चली न जाएं इसलिए गिरोह के सदस्य उनका निकाह कराने के लिए मुस्लिम लड़का देख रहे थे. एक बार दोनों बहनें निकाह कर लेतीं तो उनका वापस लौट पाना बेहद ही मुश्किल हो जाता
एके-47 के साथ फोटो
लापता बहनों की तलाश के लिए पुलिस ने सोशल मीडिया अकाउंट खंगालना शुरू किया था. इस पर एक अकाउंट मिला. वह बड़ी बहन का था. उसने एके-47 लेकर प्रोफाइल पिक्चर लगा रखी थी. उसे देखकर पुलिस हैरान रह गई. इससे बड़े मामले का पता चला था.
घर से 40 हजार रुपये लेकर निकली थीं दोनों
दोनों बहन घर से चार हजार रुपये, प्रमाणपत्र आदि लेकर गई थीं। परिवार का कोई व्यक्ति उनके संपर्क में न आए इसलिए मोबाइल तक घर पर छोड़ दिए थे. परिजन ने पुलिस को तहरीर देते हुए कहा था कि 26 फरवरी 2021 को बड़ी बेटी पहले भी घर से जा चुकी है.
इनको किया गया अरेस्ट
आयशा (एस.बी. कृष्णा) – गोवा
अली हसन (शेखर रॉय) – कोलकाता
ओसामा- कोलकाता
रहमान कुरैशी- आगरा
अब्बू तालिब- खालापार, मुजफ्फरनगर
अबुर रहमान- देहरादून
मोहम्मद अली- जयपुर, राजस्थान
जुनैद कुरैशी- जयपुर
मुस्तफा (मनोज) – दिल्ली
मोहम्मद अली- जयपुर
पीएफआई, एसडीपीआई और पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से कनेक्शन के संकेत
डीजीपी पुलिस राजीव कृष्णा ने बताया कि अभी तक की प्रारम्भिक जांच में इस ग्रुप का सम्बन्ध PFI, SDPI एवं पाकिस्तान के आतंकी संगठनों से भी होने के संकेत मिले है. जनपदीय पुलिस आगरा द्वारा की गयी इस उल्लेखनीय कार्यवाही में उत्तर प्रदेश की विशेषज्ञ एजेंसी एसटीएफ व एटीएस को भी सम्मिल्लित कर दिया गया एवं आवश्यकतानुसार अन्य राज्यों की पुलिस तथा केन्द्रीय एजेंसियों के साथ भी समन्वय स्थापित किया जा रहा है