Report By: Kiran Prakash Singh
अमेरिका के 50% टैरिफ पर पीएम मोदी की दो टूक: किसानों और मछुआरों के हितों से कोई समझौता नहीं
नई दिल्ली:(digitallivenews)
अमेरिका द्वारा भारत पर 50 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मसले पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि भारत किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के हितों से किसी भी कीमत पर समझौता नहीं करेगा, चाहे इसके लिए उन्हें राजनीतिक या आर्थिक कीमत क्यों न चुकानी पड़े।
प्रधानमंत्री मोदी ने यह बयान देश में हरित क्रांति के जनक डॉ. एमएस स्वामीनाथन के शताब्दी जन्म समारोह के अवसर पर आयोजित अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में दिया। इस मौके पर उन्होंने कहा:
“मुझे व्यक्तिगत तौर पर पता है कि इसके लिए मुझे भारी कीमत चुकानी पड़ेगी,लेकिन मैं इसके लिए तैयार हूं, हमारे किसानों का हित सर्वोपरि है।”
बायो-हैपिनेस की विचारधारा को दिया सम्मान
कार्यक्रम में पीएम मोदी ने डॉ. स्वामीनाथन की दूरदर्शिता की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने न केवल हरित क्रांति लाई, बल्कि जैव विविधता और बायो-हैपिनेस जैसे विचारों के माध्यम से स्थानीय समुदायों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में भी काम किया।
“डॉ स्वामीनाथन कहा करते थे कि जैव विविधता के बल पर हम स्थानीय लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव ला सकते हैं।”
अमेरिका से टकराव की पृष्ठभूमि
हालांकि भारत इस मुद्दे पर अब तक संयम बरतता रहा है, लेकिन अमेरिका की हालिया 50% टैरिफ घोषणा के बाद यह पहली सार्वजनिक प्रतिक्रिया आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति की ओर से लगातार दबाव के बावजूद भारत अब तक ट्रेड डील को लेकर संतुलित रुख अपनाता रहा।
सूत्रों के अनुसार, भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते को लेकर गहन बातचीत हुई थी, लेकिन जब अमेरिका ने भारतीय डेयरी और कृषि क्षेत्र को विदेशी निवेश के लिए खोलने की शर्त रखी, तो बातचीत अधर में लटक गई।
भारत ने स्पष्ट कर दिया कि वह घरेलू कृषि और डेयरी सेक्टर को किसी भी कीमत पर नहीं खोलेगा, क्योंकि इससे स्थानीय किसानों और पशुपालकों के हितों पर सीधा प्रभाव पड़ेगा।