Report By: Kiran Prakash Singh
लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर पीएम मोदी ने जवाब दे कहा- भारत को अपनी सुरक्षा में कार्रवाई करने से किसी ने नहीं रोका
साल 2025 का मई महीना इतिहास में भारत की दृढ़ता और सैन्य शक्ति के प्रतीक के रूप में दर्ज हो गया, 6 मई की रात को, भारत ने एक ऐसा सैन्य ऑपरेशन अंजाम दिया, जिसने दुनिया को दिखा दिया कि आतंक के खिलाफ अब भारत का रुख पूरी तरह बदल चुका है। इस ऑपरेशन का नाम था “ऑपरेशन सिंदूर” — एक ऐसा नाम जो अब साहस, रणनीति और निर्णायक कार्रवाई का पर्याय बन चुका है।
हमले की पृष्ठभूमि
22 अप्रैल को भारत में एक बड़ा आतंकी हमला हुआ, जिसमें निर्दोष नागरिक मारे गए, इस हमले के पीछे पाकिस्तान समर्थित आतंकवादी संगठन थे, देश गुस्से में था, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत एक्शन की तैयारी शुरू कर दी, उन्होंने साफ कहा – इस बार जवाब भारत की शर्तों पर होगा।
ऑपरेशन सिंदूर का आगाज़
6 मई को आधी रात के बाद, भारत की सेना, वायुसेना और नौसेना ने एक साथ पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर निशाना साधा, प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि यह हमला आतंकी केंद्रों की “नाभि” पर किया गया – मतलब वहां जहां से आतंक की योजना बनती थी, ट्रेनिंग होती थी और रिक्रूटमेंट होता था।
बहावलपुर और मुरीदके जैसे पाकिस्तान के गढ़, जो पहले अजेय माने जाते थे, अब खंडहर बन चुके थे, भारत ने सिंधु तक अपने हमलों का दायरा फैलाया और आतंकी ठिकानों को ध्वस्त कर दिया।
पाकिस्तान की घबराहट
इस हमले की तीव्रता इतनी जबरदस्त थी कि पाकिस्तानी डीजीएमओ (Director General of Military Operations) ने भारत से गुहार लगाई: “बस करो, अब और नहीं सह सकते।” भारत का स्पष्ट संदेश था — आतंक का समर्थन करोगे तो चुकानी पड़ेगी कीमत।
राजनीतिक घमासान
जहां देश सेना की सफलता पर गर्व कर रहा था, वहीं विपक्ष, खासकर कांग्रेस पार्टी, प्रधानमंत्री मोदी और सेना की कार्रवाई पर सवाल उठा रही थी, राहुल गांधी ने अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों का हवाला देते हुए सरकार पर हमला बोला, लेकिन मोदी ने जवाब में कहा, “हमारी सेना ने अपना लक्ष्य 100% हासिल किया है।”
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह सेना के पराक्रम पर सवाल उठाकर सुरक्षा बलों का मनोबल गिरा रही है, और पाकिस्तान के झूठे प्रचार को आगे बढ़ा रही है।
वैश्विक प्रतिक्रिया
यूएन के 193 देशों में से केवल तीन देशों ने पाकिस्तान का समर्थन किया। शेष पूरी दुनिया ने भारत के आत्मरक्षा में किए गए एक्शन को समर्थन दिया, पीएम मोदी ने कहा, “दुनिया ने भारत के साथ खड़े होकर यह साबित कर दिया कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत अकेला नहीं है।”
एक नया भारत
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण में यह भी कहा:
“अब वो समय चला गया जब आतंक के मास्टरमाइंड चैन की नींद सोते थे, अब उन्हें हर रात डर रहता है, कि भारत कब आएगा और कहां मारेगा।“
उन्होंने इसे “न्यू नॉर्मल भारत” की शुरुआत बताया – एक ऐसा भारत जो अब चुप नहीं बैठता, जवाब देता है, और वह भी अपने तरीके से।
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य कार्रवाई नहीं थी, यह भारत के बदले हुए रुख की घोषणा थी, यह उस नीति का ऐलान था, जिसमें अब आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई केवल शब्दों तक सीमित नहीं रहेगी, भारत अब उन ठिकानों को जड़ से खत्म करेगा, जहां आतंक की योजना बनती है।
यह कहानी सिर्फ एक ऑपरेशन की नहीं, बल्कि एक नए आत्मविश्वासी भारत की है — जो अब चुप नहीं रहेगा, बल्कि जवाब देगा… और ऐसा जवाब देगा जिसे दुश्मन कभी नहीं भूल पाएगा।