Report By: Kiran Prakash Singh
दुबई (@digitallivenews),
लॉर्ड्स टेस्ट में भारत के खिलाफ जीत हासिल करने के बावजूद इंग्लैंड क्रिकेट टीम को बड़ा झटका लगा है। अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) ने इंग्लैंड को धीमी ओवर गति के लिए दोषी ठहराते हुए 10 प्रतिशत मैच फीस का जुर्माना लगाया है, साथ ही दो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) अंक भी काट लिए गए हैं।
इस पेनल्टी के चलते इंग्लैंड का डब्ल्यूटीसी में जीत प्रतिशत 66.67% से घटकर 60% रह गया है, और टीम दूसरे से तीसरे स्थान पर खिसक गई है। यह कार्रवाई ICC एलीट पैनल के मैच रेफरी रिची रिचर्डसन ने की, जिन्होंने इंग्लिश टीम को दो ओवर की देरी का दोषी पाया।
⚖️ ICC का नियम क्या कहता है?
ICC की आचार संहिता के अनुच्छेद 2.22 के अनुसार, यदि कोई टीम निर्धारित समय में सभी ओवर पूरे नहीं कर पाती, तो प्रत्येक ओवर की देरी पर खिलाड़ियों की मैच फीस का 5% जुर्माना लगाया जाता है। इंग्लैंड ने दो ओवर तय समय में नहीं फेंके, इसलिए टीम पर कुल 10 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया।
✔️ कप्तान बेन स्टोक्स ने स्वीकार की गलती
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने इस गलती को स्वीकार कर लिया है और जुर्माने को भी मान लिया है। ऐसे में अब इस मामले में किसी औपचारिक सुनवाई की जरूरत नहीं पड़ी।
इस मामले में मैदानी अंपायर पॉल रीफेल और शरफुद्दौला इब्ने शाहिद, तीसरे अंपायर अहसान रज़ा, और चौथे अंपायर ग्राहम लॉयड ने इंग्लैंड टीम के खिलाफ आरोप लगाए थे, जिन्हें मैच रेफरी ने सही पाया।
📉 इंग्लैंड की रैंकिंग पर असर
दूसरे टेस्ट में जीत दर्ज करने के बाद इंग्लैंड का जीत प्रतिशत 66.67% था, लेकिन दो अंकों की कटौती के बाद यह घटकर 60% हो गया है। इससे उनकी WTC टेबल में स्थिति कमजोर हो गई है और टीम अब तीसरे पायदान पर आ गई है।
निष्कर्ष:
जीत के बावजूद नियमों का उल्लंघन इंग्लैंड को महंगा पड़ा। ICC की यह सख्ती WTC में ओवर गति के महत्व को और स्पष्ट करती है। आने वाले मुकाबलों में समय प्रबंधन और रणनीति को लेकर इंग्लिश टीम को अधिक सतर्क रहना होगा।