Report By: Kiran Prakash Singh
नई दिल्ली, (digitallivenews)।
कांग्रेस महासचिव और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने मंगलवार को एक तीखा बयान देते हुए कहा कि यह तय करना सुप्रीम कोर्ट का काम नहीं है कि “सच्चा भारतीय” कौन है। उनका यह बयान तब आया जब सुप्रीम कोर्ट की एक पीठ ने राहुल गांधी के खिलाफ चल रही एक सुनवाई के दौरान टिप्पणी करते हुए कहा था, “अगर आप सच्चे भारतीय हैं, तो ऐसी बातें नहीं कहेंगे।”
प्रियंका गांधी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “मैं माननीय न्यायाधीशों का पूरा सम्मान करती हूं, लेकिन यह कहना चाहती हूं कि सच्चा भारतीय कौन है, यह तय करना न्यायपालिका का अधिकार नहीं है।”
उन्होंने जोर देकर कहा कि उनके भाई राहुल गांधी संसद में विपक्ष के नेता हैं और सरकार से सवाल पूछना उनका संवैधानिक दायित्व है। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी ने कभी भी सेना के खिलाफ कुछ नहीं कहा। उनका सेना के प्रति गहरा सम्मान है, उनके बयान का गलत मतलब निकाला गया।”
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी और राहत
सुप्रीम कोर्ट की पीठ, जिसमें जस्टिस दीपांकर दत्ता और जस्टिस ऑगस्टीन जॉर्ज मसीह शामिल थे, ने सोमवार को राहुल गांधी की एक याचिका की सुनवाई के दौरान कहा था कि “सच्चा भारतीय ऐसी बातें नहीं कहता।” यह टिप्पणी राहुल गांधी के कथित बयान को लेकर थी, जिस पर लखनऊ की एक निचली अदालत में मामला चल रहा है। हालांकि, कोर्ट ने उस कार्यवाही पर फिलहाल रोक लगाते हुए राहुल गांधी को अंतरिम राहत भी दी है।
विपक्ष की प्रतिक्रिया
कांग्रेस की ओर से यह प्रतिक्रिया बताती है कि पार्टी अब सीधे तौर पर न्यायपालिका की टिप्पणियों पर भी जवाब देने के लिए तैयार है, खासकर जब वो अपने नेताओं से जुड़ी हों, यह बयान ऐसे समय आया है जब देश में विपक्षी दल सरकार से तीखे सवाल पूछ रहे हैं और न्यायपालिका की भूमिका को लेकर बहस तेज है।