Report By: Kiran Prakash Singh
नई दिल्ली,(digitallivenews) 11 अगस्त:
बिहार में मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) और कथित वोट चोरी के आरोपों को लेकर सोमवार को विपक्ष के 300 से अधिक सांसदों ने संसद से चुनाव आयोग कार्यालय तक विरोध मार्च निकाला। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने उन्हें संसद मार्ग पर ही रोक लिया और हिरासत में ले लिया। इसी दौरान राहुल गांधी की एक तस्वीर, जिसमें वह हिरासत में बस की खिड़की से झांकते नजर आ रहे हैं, सोशल मीडिया पर वायरल हो गई।
कंगना रनौत का तीखा तंज
इस वायरल तस्वीर पर भाजपा सांसद और अभिनेत्री कंगना रनौत ने तीखी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में राहुल की तस्वीर साझा करते हुए लिखा:
“सहानुभूति पाने के लिए ओवरएक्टिंग वाला बुरा एक्सप्रेशन।”
यह पहली बार नहीं है जब कंगना ने राहुल गांधी पर निशाना साधा हो। इससे पहले भी वह कई मौकों पर राहुल गांधी को लेकर विवादित बयान दे चुकी हैं।
विरोध मार्च: लोकतंत्र बचाने की लड़ाई
विरोध मार्च में शामिल राहुल गांधी, प्रियंका गांधी, अखिलेश यादव, मल्लिकार्जुन खड़गे, शशि थरूर और अन्य नेताओं ने मतदाता सूची में पारदर्शिता की मांग की।
राहुल गांधी ने बयान में कहा:
“यह लड़ाई राजनीतिक नहीं, संविधान और ‘एक व्यक्ति, एक वोट’ के अधिकार को बचाने की है। हम साफ-सुथरी और निष्पक्ष मतदाता सूची चाहते हैं।”
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा:
“भाजपा की कायराना तानाशाही नहीं चलेगी। यह लोकतंत्र बचाने का संघर्ष है।”
अखिलेश यादव की मांग
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने पुलिस बैरिकेड पार कर प्रदर्शन जारी रखा और चुनाव आयोग से मतदाता सूची से हटाए गए 18 हजार वोट बहाल करने की मांग की।
हिरासत और रिहाई
मार्च के दौरान हिरासत में लिए गए विपक्षी नेताओं को संसद मार्ग थाने ले जाया गया और कुछ घंटों बाद रिहा कर दिया गया।
निष्कर्ष
एक ओर विपक्ष इस विरोध मार्च को संविधान और लोकतंत्र की रक्षा का आंदोलन बता रहा है, वहीं दूसरी ओर भाजपा की ओर से इसे राजनीतिक ड्रामा कहा जा रहा है। कंगना रनौत का राहुल गांधी पर तंज, इस बहस को और अधिक राजनीतिक और व्यक्तिगत मोड़ देता है। यह साफ है कि मतदाता सूची का मुद्दा आने वाले समय में और भी राजनीतिक तकरार का केंद्र बनेगा।