Report By: Kiran Prakash Singh
नई दिल्ली, (digitallivenews)।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ पर कर्तव्य भवन-03 का उद्घाटन किया। यह भवन सेंट्रल विस्टा परियोजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है और कॉमन सेंट्रल सेक्रेटरिएट (CSS) की 10 प्रस्तावित इमारतों में से पहला भवन है। इस परियोजना का उद्देश्य प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाना और मंत्रालयों को एकीकृत करना है।
■ यह सिर्फ इमारत नहीं, बल्कि नया गवर्नेंस मॉडल: पीएम मोदी
उद्घाटन समारोह में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा:
“कर्तव्य भवन सिर्फ एक सरकारी इमारत नहीं, बल्कि ‘न्यू इंडिया’ के ‘न्यू गवर्नेंस मॉडल’ का प्रतीक है। यह हमारी प्रशासनिक व्यवस्था को आधुनिक और समन्वित बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।”
उन्होंने आगे कहा कि इससे विभागों के बीच तालमेल बेहतर होगा, और फाइलों के लंबे इंतजार की समस्या भी दूर होगी।
■ किन मंत्रालयों के होंगे दफ्तर?
कर्तव्य भवन-03 में निम्न मंत्रालयों और विभागों के कार्यालय स्थापित किए जाएंगे:
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गृह मंत्रालय
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विदेश मंत्रालय
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ग्रामीण विकास मंत्रालय
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सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME)
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कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT)
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पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय
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प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार (PSA) का कार्यालय
इस केंद्रीकरण से सरकारी कार्यप्रणाली कुशल, पारदर्शी और तेज बनने की उम्मीद है।
■ क्या है सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट?
साल 2019 में शुरू हुई यह महत्वाकांक्षी परियोजना राजधानी के राष्ट्रपति भवन से इंडिया गेट तक के 3.2 किलोमीटर क्षेत्र के पुनर्विकास से जुड़ी है।
इस परियोजना के तहत:
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नया संसद भवन पहले ही राष्ट्र को समर्पित किया जा चुका है
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प्रस्तावित हैं:
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प्रधानमंत्री आवास
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उपराष्ट्रपति आवास
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राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय
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10 केंद्रीय सचिवालय भवन, जिनमें 51 मंत्रालयों को एक साथ रखा जाएगा
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🔍 उद्देश्य क्या है?
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विभिन्न मंत्रालयों के विखरे हुए कार्यालयों को एक स्थान पर लाना
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रियल टाइम समन्वय और निर्णय क्षमता बढ़ाना
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ब्यूरोक्रेसी को डिजिटल, स्मार्ट और भविष्यगामी बनाना