Report By: Kiran Prakash Singh
नई दिल्ली, (digitallivenews)।
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर भारत के खिलाफ तीखा हमला बोलते हुए चेतावनी दी है कि वह अगले 24 घंटों में भारत पर भारी टैरिफ बढ़ोतरी की घोषणा कर सकते हैं। ट्रंप ने आरोप लगाया है कि भारत रूस से तेल और हथियार खरीदकर उसकी युद्ध मशीनरी को आर्थिक सहायता दे रहा है, और इसके साथ ही अमेरिका के साथ व्यापार में असंतुलन बनाए हुए है।
ट्रंप का आरोप: भारत नहीं है ‘अच्छा ट्रेड पार्टनर’
एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा:
“भारत हमारे साथ बहुत अधिक व्यापार करता है, लेकिन हम उसके साथ नहीं कर पाते। इसलिए मैंने पहले 25% टैरिफ लगाने की घोषणा की थी, और अब इसमें और बढ़ोतरी करूंगा।”
उन्होंने भारत पर यह भी आरोप लगाया कि वह रूस से तेल खरीदकर उसे यूक्रेन युद्ध में मदद दे रहा है और फिर उसी तेल को मुनाफे के लिए वैश्विक बाजार में बेच रहा है। ट्रंप के मुताबिक भारत, अमेरिकी सामानों पर दुनिया में सबसे अधिक टैरिफ वसूलने वाला देश है।
भारत का सख्त जवाब: अमेरिका खुद भी कर रहा रूस से व्यापार
ट्रंप के बयानों पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने ट्रंप के आरोपों को तथ्यहीन और तर्कहीन बताते हुए खारिज कर दिया। उन्होंने कहा:
“केवल भारत ही नहीं, अमेरिका और यूरोपीय संघ जैसे देश भी रूस से व्यापार कर रहे हैं। ऐसे में भारत की आलोचना करना न केवल अनुचित है बल्कि दोहरे मापदंड का प्रतीक भी है।”
रणधीर ने यह भी स्पष्ट किया कि भारत अपने राष्ट्रीय और आर्थिक हितों की रक्षा के लिए सभी जरूरी कदम उठाएगा।
रूस की प्रतिक्रिया: धमकियों को मान्यता नहीं
भारत पर ट्रंप की इस बयानबाजी के बीच 5 अगस्त को रूस की ओर से भी प्रतिक्रिया सामने आई। रूसी राष्ट्रपति भवन (क्रेमलिन) के प्रवक्ता दिमित्री पेस्कोव ने कहा:
“हम ऐसी कई धमकियों को सुनते हैं जिनका उद्देश्य देशों को रूस से संबंध तोड़ने के लिए मजबूर करना है। रूस इन बयानों को वैध नहीं मानता।”
हालांकि पेस्कोव ने अपने बयान में न अमेरिका का नाम लिया और न ही ट्रंप का, लेकिन यह स्पष्ट संकेत था कि रूस ऐसे राजनीतिक दबावों को स्वीकार नहीं करेगा।
🔍 बड़ी बातें संक्षेप में:
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ट्रंप भारत को ट्रेड बैलेंस और रूस से व्यापार को लेकर घेर रहे हैं।
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7 अगस्त से 25% टैरिफ लागू करने के ऐलान के बाद अब और बढ़ोतरी की चेतावनी।
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भारत ने कहा – “हम राष्ट्रहित में फैसले लेते हैं, अमेरिका का रवैया दोहरा।”
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रूस ने कहा – “हम धमकियों के आगे नहीं झुकेंगे।”