Report By: Kiran Prakassh Singh
नई दिल्ली,(digitallivenews) 11 अगस्त:
संसद का मानसून सत्र लगातार विपक्ष के विरोध और हंगामे के कारण प्रभावित हो रहा है। सोमवार को सत्र के 16वें दिन भी लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा जारी रहा। लोकसभा की कार्यवाही प्रश्नकाल शुरू होते ही दोपहर 2 बजे तक स्थगित कर दी गई, जबकि राज्यसभा में भी लगातार अवरोध बना रहा।
लोकसभा में नारों के बीच स्थगन
जैसे ही लोकसभा की कार्यवाही शुरू हुई, विपक्षी सांसद अपनी सीटों से उठकर “We Want Justice” के नारे लगाने लगे। कुछ सांसद वेल तक भी पहुंच गए, जिससे सदन का माहौल गरमा गया। स्पीकर ओम बिरला ने कई बार सांसदों से शांति बनाए रखने की अपील की, लेकिन हंगामा नहीं थमा। आखिरकार उन्होंने कार्यवाही को 2 बजे तक स्थगित करने की घोषणा की।
राज्यसभा में भी गतिरोध
राज्यसभा में भी विपक्षी सांसद विभिन्न मुद्दों को लेकर नारेबाज़ी और विरोध करते रहे। लगातार व्यवधान के चलते वहां भी विधायी कार्यों में बाधा उत्पन्न हुई और कई महत्वपूर्ण विधेयकों पर चर्चा टल गई।
सिर्फ दो दिन ही चर्चा संभव
अब तक मानसून सत्र के केवल दो दिन ही ऐसे रहे जब सदन में सामान्य चर्चा हो पाई। शेष दिनों में या तो हंगामे के कारण कार्यवाही बार-बार स्थगित करनी पड़ी या पूरा दिन बाधित रहा। इससे महत्वपूर्ण बिलों पर बहस और पारित करने की प्रक्रिया अटक गई है।
निष्कर्ष
संसद का मानसून सत्र अब तक सार्थक बहस की जगह राजनीतिक टकराव और व्यवधान का केंद्र बन गया है। लगातार हंगामे से लोकतांत्रिक प्रक्रिया और विधायी कार्यों को नुकसान हो रहा है। सरकार और विपक्ष के बीच संवाद और सहयोग की कमी स्पष्ट रूप से संसद की कार्यक्षमता को प्रभावित कर रही है।