Report By: Kiran Prakash Singh
नई दिल्ली, (digitallivenews)।
राज्यसभा का सत्र मंगलवार को भी हंगामेदार रहा। विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह पर सीधे सवाल दागते हुए पूछा, “सदन आप चला रहे हैं या केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह?” इस बयान के बाद सदन में जमकर नारेबाज़ी हुई और कार्यवाही बाधित हो गई।
“व्यवधान भी लोकतंत्र का हिस्सा” – खरगे
खरगे ने कहा कि हमारे पुराने नेताओं का मानना रहा है कि व्यवधान डालना भी लोकतंत्र का हिस्सा है, लेकिन उन्होंने चिंता जताई कि आज सदन का संचालन किसके हाथ में है – सभापति के या सरकार के?
इस पर उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह ने तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि खरगे का आरोप “बिलकुल गलत” है और उन्होंने सदन की गरिमा बनाए रखने की अपील की।
SIR पर विपक्ष का हंगामा
बिहार में विशेष मतदाता सूची संशोधन (SIR) को लेकर विपक्षी दलों ने जोरदार प्रदर्शन किया। सदन में 34 कार्यस्थगन प्रस्ताव नियम 267 के तहत दाखिल किए गए थे, जिन्हें उपसभापति ने नियमों के अनुरूप न मानते हुए खारिज कर दिया। इसके विरोध में विपक्ष ने भारी शोरगुल किया, जिसके चलते सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी।
CISF तैनाती पर भी उठा विवाद
उपसभापति ने बताया कि 1 अगस्त को मल्लिकार्जुन खरगे ने उन्हें पत्र लिखकर आसन के निकट CISF जवानों की तैनाती पर आपत्ति जताई थी। उन्होंने कहा कि यह पत्र खरगे ने मीडिया को जारी कर मर्यादाएं तोड़ी हैं, जो चिंता का विषय है।
सदन में आचरण पर सवाल
हरिवंश ने कहा कि विपक्षी सदस्य सदन में नियमों का बार-बार उल्लंघन कर रहे हैं, और यहां तक कि वे अन्य सदस्यों की सीटों तक जाकर वक्ताओं को बाधित कर रहे हैं, जो कि अभूतपूर्व और अस्वीकार्य है। उन्होंने सभी सदस्यों से आत्मनिरीक्षण करने की अपील की।
निष्कर्ष
राज्यसभा में लगातार जारी हंगामे और आरोप-प्रत्यारोप से संसद का कामकाज बाधित हो रहा है। सत्ता और विपक्ष के बीच बढ़ता टकराव, लोकतंत्र के संचालन और मर्यादा दोनों पर सवाल खड़े कर रहा है। अब सभी की निगाहें इस बात पर हैं कि क्या दोनों पक्ष किसी समाधान पर पहुंचेंगे या मानसून सत्र यूं ही टकराव की भेंट चढ़ जाएगा।